Nojoto: Largest Storytelling Platform

#FourlinePoetry कबीर सो धन संचिए जो आगे कूं होइ।

#FourlinePoetry कबीर सो धन संचिए जो आगे कूं होइ। 
सीस चढ़ाए पोटली, ले जात न देख्या कोइ ।

कबीर कहते हैं कि उस धन को इकट्ठा करो जो भविष्य में काम दे, सर पर धन की गठरी बांधकर ले जाते तो आज तक किसी को नहीं देखा। 

🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

©Vikas Sharma Shivaaya' धन की गठरी
#FourlinePoetry कबीर सो धन संचिए जो आगे कूं होइ। 
सीस चढ़ाए पोटली, ले जात न देख्या कोइ ।

कबीर कहते हैं कि उस धन को इकट्ठा करो जो भविष्य में काम दे, सर पर धन की गठरी बांधकर ले जाते तो आज तक किसी को नहीं देखा। 

🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

©Vikas Sharma Shivaaya' धन की गठरी

धन की गठरी #समाज #fourlinepoetry