श्री सदगुरू देवाय नमः गुरु बिन ज्ञान मिलै नहीं,बिन ज्ञान मिलै सम्मान कहाँ | पैसों से किताबें मिलती हैं,मिलता नहीं सच्चा ज्ञान वहाँ || अज्ञानी,मूढ़,मैं मतिमारा,भटका जब तामसी सागर में | तब आप बचाई लीन्ह हमको,कछु ज्ञान भर्यो मोरे गागर में || आपहि के दिखाए मार्ग पे चलि,मिलते मुझको सारे इनाम | स्वीकार करो गुरु चरणन में,मेरा सबसे पहला प्रणाम || HAPPY GURUPURNIMA Written By SUNIL KUMAR TIWARI #Gurupurnima #Shayri #GurudevKoSamarpit