वर्तमान के काल ग्रंथ में कई दशानन जिन्दा है यज्ञवेदी के चीरहरण को कई दुशासन जिन्दा है नीलकंठ से कितने ही अरि आ करके टकराएँ पर भरत वंश का पालनहारी धर्म सनातन जिन्दा है #mahadev #nojotohindi #poetry #shiv