निकलें युवा गाँव से शहर के चकाचौंध में.. और रह गएं अकेले, बुजुर्ग..बस, अब गाँव में.. हर दिन राह निहारें ये....आस, लिए........😊 आएंगे बेटे आज हमारे.. ये सोच..हर दिन वे काटे.. ये... बुजुर्ग.. हमारे..😔 ✍️ _ ©Ankur Mishra निकलें युवा गाँव से शहर के चकाचौंध में.. और रह गएं अकेले, बुजुर्ग..बस, अब गाँव में.. हर दिन राह निहारें ये....आस, लिए........😊 आएंगे बेटे आज हमारे.. ये सोच..हर दिन वे काटे..