उनके इंतजार में इक उम्र बिता दी हमनें और वो कहते हैं, क्या खाक सिला दी हमनें, कभी फुरसत से मिल तो शायद जान पाए, तुझे पाने के लिए कितनी रातें सुला दी हमनें।। #इंतजार#उम्र#सिला#रातें