आग लगी थी मेरे दिल मैं मेरे जस्बात भी सर जुका रहे थे रुक रुक कर चल रही थी सांसे और आंखों से बेबाझा आंशु बहे जा रहे थे चेहरे पर खामोशी का छाई हूई थी होंट यूँही फड़फढा रहे थे दिल की चीख कानो में गूंज रही थी मेरे हालात हर बात दोहरा रहे थे वोह दर्द इस क़द्दर आगे बढ रहा था मेरि नस नस मैं चढ़ राहा था plz like My Quotes And Support me Friend #swatidxtquote.