पुरानी यादें आज भी, कुछ सिसकती हैं तो कुछ कसकती है। लेकिन ये तो यादें है । जो लम्हा दर लम्हा दिल में उतरती रहती हैं। काम ये कि नासूरो को छेड़ती रहती हैं।। ।। इस युग का मिर्जा गालिब।। #यादें