जब अंधियारा छायी थी, मैं रौशनी ले कर आयी मैंने जलकर दी आयु बिता, पर जगती का तम हर ना सकी मैं जीवन में कुछ कर न सकी.. बिता अवसर क्या आएगा, मन जीवन भर पछतायेगा, मरना तो होगा मुझको ज़ब मरना था तब मर न सकी मैं जीवन में कुछ कर न सकी.. है हार एक तरफ़ पड़ी, है जीत एक तरफ़ पड़ी, मैं संघर्ष जीवन में धंसी रही.. मैं जीवन में कुछ कर न सकी.. बहोत कुछ ऐसा है जीवन में, जिसे छोड़ देना ही अच्छा है.. बहुत कुछ ऐसा है जीवन में जिसे छोड़ देना ही अच्छा। #छोड़देनाहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #सुचितापाण्डेय #suchitapandey बहोत कुछ ऐसा है जीवन में, जिसे छोड़ देना ही अच्छा है.. जब अंधियारी छायी थी, मैं ज्वाला ले कर आयी