कागज़ साथ तो हमेशा हैं....| उन्ह राहों में तुम्हारे..,पर....| आज बात करना चाहता है कागज़....| बातें है ज़िन्दगी की....| उन्ह यादों में फिर से जाना चाहता है कागज़....| जीवन के साथ हुआ था शुरू....| मौत तक साथ चलेगा कागज़....| बचपन में सिर्फ कश्ती थी....| जवानी में भगवन है कागज़....| मतलब न समझो तो रद्दी है....| ज्ञान है तू गीता कुरान है कागज़....| खाली पन्ने थे जो कभी....| आज सुख दुःख से भरी किताब है कागज़....| साथ तो हमेशा हैं...| उन्ह राहों में तुम्हारे..,पर....| आज बात करना चाहता है कागज़....| जो छूट गए है राहों में....| फोटो में याद बन जाता है कागज़....| इसी तरह ज़िन्दगी में क्या कुछ नहीं हुआ....| दस्तावेज़ अपने आप बनते रहे है कागज़....| खामोश हो कुछ तो बात छुपी है दिल में....| इज़हार-इ-पैगाम बन जाता है कागज़....| अकेले रहना खुद से भी तो हाथ मिलाओ न....| इंसानो का भी यार बन जाता है कागज़....| जवानी वाला पैसा नहीं....| बचपन वाली कश्ती बनाना चाहता है कागज़....| परीक्षा का परिणाम नही....| सवालों का हल बनना चाहता है कागज़....| ज़िन्दगी के किस्सों की....| आज पूरी किताब बनना चाहता है कागज़....| साथ तो हमेशा हैं....| उन्ह राहों में तुम्हारे..,पर....| आज बात करना चाहता है कागज़....| बातें है ज़िन्दगी की....| उन्ह यादों में फिर से जाना चाहता है कागज़....| ©prabal singh kaagaz #कागज़