मुझे अच्छा लगता हैं मन का आवारा पन विचारों की स्वच्छन्दता भावनाओ का प्रस्फुटित होना। मुझे अच्छा लगता है अनुबंधों को तोड़ना रूढ़ियों को छोड़ना अनुभवों को जोड़ना बृज की मस्ती देव भूमि की भक्ति धोरारी धरती की शक्ति मुझे अच्छी लगती है। मुझे 'प्रेम' करना पसन्द है । 'वियोग' से 'योग' की ओर जाना भी मुझे 'कृष्ण' भी पसन्द है 'राधा' भी । मुझे आद्या पसन्द है मुझे यौवनं भी मुझे 'क्षर' भी पसन्द है तो 'अक्षर' भी मेरी अपनी पसन्द..... : : कृष्ण - ऐश्वर्य (ज्ञान और कर्म का मिला जुला स्वरूप) राधा - प्रेम की सरलता (व्यवहारिक रचनाशीलता) प्रेम - सामंजस्य (सहजता)पूर्ण जीवन जीने की कला वियोग - माया के आवरण से मुक्ति योग - परमतत्व की ओर बढ़ते कदम