सुनो पगली..✍🏻 सुनो तुम चाहे किसी के भी साथ फेरे ले लो मगर जब-जब भी बाँहो मे जाओगी उसके तुम.. तुम्हे महशूस तो मेरी ही ये रुह से लिपटी बाँंहे होगी तब-तब तुझे मेरी कमी महशूस होगी ओर जब तुझे अपनी इस गलती मे तड़प महशूस होगी,तब पगली तुझे सच्ची मोहब्बत की पहचान होगी, तब रुह ये मेरी महशूस होगी..!! ©Sonu Sharma Tanha sst मेरी पगली को देर से मेरी सच्ची मोहब्बत की पहचान होगी..!!#sst