हजारों सवाल हैं जीवन में जवाब एक भी नहीं... जवाब अगर है भी तो मन सुनने को तैयार नही... मैं मन को मना भी लूं तो मन ही मन में मन मर जाये... मन को हराकर भला हुआ है किसी का? कासे कहें