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बेज़ार जिन्दगी होठों पर झूठी मुस्कान सजाकर आखो

बेज़ार जिन्दगी

   होठों पर झूठी मुस्कान सजाकर
आखों में बसे सपनों को भुलाकर 
मां - बाप के लिए डोली चढ़ जाती है बेटियां
अपने ख्वाबों को खुद ही आग लगाकर ......

©VISHNU DEV SHUKLA #बेजारजिन्दगी...
बेज़ार जिन्दगी

   होठों पर झूठी मुस्कान सजाकर
आखों में बसे सपनों को भुलाकर 
मां - बाप के लिए डोली चढ़ जाती है बेटियां
अपने ख्वाबों को खुद ही आग लगाकर ......

©VISHNU DEV SHUKLA #बेजारजिन्दगी...