आसमाँ में तारें वो ही चाँद वो ही सूरज वो ही नैन वो ही नक्श वो ही, तुझे पाने की गरज वो ही फिर मैं यह कैसे नया साल मना लूँ जीवन की दुविधा वो ही आधी अधूरी सुविधा वो ही अभी दूर है मंज़िल वो ही अनजानों से सजी महफ़िल वो ही फिर मैं यह कैसे नया साल मना लूँ शब्द वो ही, तुकांत वो ही मायूसी भरा एकान्त वो ही फिर मैं यह कैसे नया साल मना लूँ V.N.S #nya #happy #new #year #love #create #pain #lol