बेड़ियां तोड़ दो बेटी की कुछ दबी हुई ख्वाहिशों की बेड़ियां तोड़ दो उसकी कुछ मंद मुस्कुराहटों की बेड़ियां तोड़ दो उसके कुछ खोये हुए सपनों की बेड़ियां तोड़ दो उसकी कुछ अनसुनी आहटों की बेड़ियां तोड़ दो उसके कुछ दर्द भरे लम्हों की बेड़ियां तोड़ दो उस पर लगी पाबंदियों की बेड़ियां तोड़ दो उसकी कुछ उलझनों की तोड़ दो उसकी अब सब बेड़ियों को करने दो उसे कुछ कोशिशे बेहिसाब खुद की जिंदगी संवारने की सुप्रभात। पूर्वाग्रहों की बेड़ियाँ तोड़ दो। भविष्य दृष्टा बनो। वर्तमान में जियो। #बेड़ियाँ #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi