"बस दो घड़ी और चैन से सो लेने दो मुझे, "अभी आते ही होंगे मुझको उठाने वाले। "मत करो इतनी तलाश दुनिया में फिजूल है, "अपने ही घर में मिलते हैं अपनों को जलाने वाले। "दर पर झुका है सर उसके आखरी दीदार को, "मगर लौट कर नहीं आते छोड़ कर जाने वाले। ........... विपिन कुमार #Taqdeer #Shayari #Nojoto