कासिद जो लाया पैगाम किसका था नही जाना। जुबां पर आया वो नाम किसका था नही जाना। गजल छोड़ जो खो गया किसी और गीत में, वो अरमान किसका था नही जाना। एक एक कर ले जाता रहा मुझ से सब, वो सामान किसका था नही जाना। मेरा घर जलाने वाले मेरे अपने ही थे, पर वो ख्याल किसका था नही जाना। जिंदगी भर उलझा रहा जिस जवाब में 'तरूण' वो सवाल किसका था नहीं जाना।। #NojotoQuote #ghazal #shayari #mohabbat #ishq #jindagi #life #tarunvijभारतीय