भारत माता की भूमि पर मुझे बड़ा अभिमान है। सम्प्रभुता को लेकर जिसका दुनिया भर में मान है । आँगन में हरियाली,जिसके पँछी कलरव करते हैं। रिश्ते नाते अपनापे में एक दूजे पर मरते हैं । रिश्तों की ख़ातिर तख्तों को एक क्षण में त्यागा करते हैं। स्वाभिमान में जीते हैं, और गर्व से मरते हैं। ख़्वाब संजोए रहते हैं मन में,प्रीत-प्रेम विस्तार के! जंगल मंगल करते मिलकर एक दूजे संग प्यार से। रिश्ते पुकारते हैं लक्ष्मण भरत महान के! उर्मी,सीता,राधा के व्रत; पद्मावत निर्वाण के। क़दर हमें करनी होगी अब संस्कृतियों के वरदान की। हिन्दू,मुस्लिम,सिक्ख,ईसाई,जैन,बौद्ध के ज्ञान की। #cinemagraphजी #पाठकपुराण की ओर से टीम "गुलिस्ताँ" को बहुत बहुत शुभकामनाएं। ईश्वर विजय श्री का वरण कराएं । हमारी कैप्टन Shelly Jaggi जी जानी मानी प्रोफ़ेसर और संगीतकार है।उनके सानिध्य में बहुत कुछ सीखने को मिला।हृदय तल से आभारी हूँ। इसी कड़ी में ... Dheerika Sharma जी बहुत ही शानदार स्वभाव की थोड़ी मीठी थोड़ी नमकीन थोड़ी सी मिस्सी थोड़ी सी मक्खन के साथ शब्दों का संयोजन किया। मेरा मन आपका भी आभारी है। एक और मलिका ए मस्त मौला मिज़ाज Shaina Ansari जी का साथ भी मिला दिल्ली का दिल और दुरुस्ती दोनों एक साथ देखने को मिली हेल्पफुल नेचर के लिए तहे दिल से आपका आभार जी । हमारे साथ बनारस के भैया pragati k. shrivastava जी भी हमारे साथ कदम से क़दम मिलाए।उनकी विशालतम रचनाएं दिल को छू जाती हैं। बहुत ही उम्दा और सुलझे ख़्याल लिखते है।आपका तहे दिल से आभार व्यक्त करते है।इनके साथ ही आपको मिलवाते है टीम के सबसे जांबाज व्यक्तित्व से जिनका नाम ही उपचारात्मक है Vishal Vaid जी परम् स्नेही और शानदार आदमी है। हमेशा काम आने के लिए तत्पर रहते हैं। इन्हें हर जगह का अनुभव है । बहुत बहुत आपके आभारी है । उम्मीद करता हूँ कि आगे भी साथ साथ #हमलिखतेरहेंगे :