एक किस्सा मोहब्बत का कैसे बताऊं तुम्हे मेरे लिए तुम क्या हो...... तूफानी काली रात के बाद आने वाली सुरज की पहली किरण हो, युद्ध के बाद आने वाली शांति का दर्पण हो, कैसे बताऊं तुम्हे मेरे लिए तुम क्या हो...... इत्तफ़ाक से मिलने वाली एक अंजान सा किस्सा हो, मेरी जिंदगी में मोहब्बत की पहली अल्फाज हो, मेरे दिल के क़िताब का एक अनकही सी राज हो, कैसे बताऊं तुम्हे मेरे लिए तुम क्या हो...... ©Sneha Mishra ek kissa Mohabbat ka