अपना कहकर तुमने मुझको मुझसे ही छीन लिया कभी थी मैं खुद की लेकिन मुझको मुझ से ही जुदा कर दिया उलझा लिया अपने मोहजाल में कर दिया भ्रमित अपने वाकचातुर्य से अपना कह औरों से बेगाना कर दिया मेरी दुनिया को अपने इर्द-गिर्द बुन दिया चाहतों पर मेरी प्रेम अंकुश लगा दिया मेरी नज़रों का लक्ष्य खुद को बना दिया अपना कहकर तुमने मुझको मुझसे ही छीन लिया...! मुनेश शर्मा मेरी✍️🌈 5 अपना कहकर तुमने मुझको मुझसे छीन लिया। #अपनाकहकर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi