देखा जिस पल उसे मन वहीं ठहर गया, उसकी आँखों का कल जहर मुझमें उतर गया। अरमा मचल उठे हैं जब उसके शहर गया, उसके जिद्दी पन से पिघल दोनों-पहर गया, रुख्सार को महसूस करने ताजमहल गया। मुझे क्या पता था उसकी साँसों में मैं ठहर गया। ©Ajaynswami #good_morning #ajaynswami