सुनो! तुम्हे कहा था कि तुम मेरी आदत नहीं, न ही ज़रूरत हो। तुम मेरा कोई ख़्वाब नहीं, मेरी हक़ीकत हो।तुम ख्वाहिशों से परे एक जहान हो मेरे, अनकहे एहसासों से बसी कायनात हो मेरी। तुम्हें शब्दों में बांध पाऊं वो शब्द ही कहा बने,उड़ते बादल के जैसे तुम और तुझमें समाई बारिश सी मै... ©Rooh_Lost_Soul #nojoto #nojotohindi #RoohLostSoul