तेरी मुस्कानें मेरी ग़म ख़्वारी करने लगी खोल के नल ग़म की टंकी फिर ख़ाली करने लगी मैंने दबा कर रख्खा था इक शिकवा दिल में कहीं खोज निकालो तो जानें हिंट कोई पर दी नहीं तूने सीने से लगकर धड़कन को था पूछ लिया कुछ मूई आहें निकली और चुगली करने लगी My things going against me