❤️तुम❤️ ~~~~~~~ तुम मुझ में उतर गई होती मैं जिदंगी में ठहर गया होता बहुत थक सा गया होकर शाम ढले अपने घर गया होता एक फुलवाड़ी होती तेरी आखों में तेरे चेहरे के नूर तले और मैं एक सुंदर शाम सा बनकर तुझमें संवर गया होता ©Sanjay (श़ाग़िल Shaagil) #तुम #शाम #फुलवाड़ी #creativeminds