नाव भी है पतवार भी है जाना सबको उस पार भी है इंसानों में पहले जाने की जिद लगी है जाने को तो जानवर भी तैयार हैं। पार होकर चैन मिलेगा, कोई नहीं जानता पर खुशियों की तलाश हर कोई लाचार है ©Kamlesh Kandpal #Khushi