Nojoto: Largest Storytelling Platform

आज समन्दर से बात करने आई वो भी अकेला सा तन्हा ही थ

आज समन्दर से बात करने आई
वो भी अकेला सा तन्हा ही था
शोर उसके उपर है, ना जाने क्या अंदर 
मेरे मुस्कान पे‌ उसे एतबार न था
मेरी परछाई को वो खुद में समा गया
वो मुझको जान गया, में उस मे उतर गई

©Sandhya G-N
  #Women#unspoken#pain