"Human means opportunity for a kindness" सुनो अजनबी ! दिखते रहना तुम मेरी बूढ़ी होती आँखों को इन खेलते छोटे बच्चों की आँखों में जब जब मुझे गुस्सा आये इन बच्चों के शोर मचाने पर... "Human is the author of his own health & disease" सुनो अपरिचित ! दुआ करो Part~5 मेरे कंपकपाते हाथ तुम्हें न लिख पाएं {Bonus Episode} इस जर्जर होते शरीर में कहीं कोई बीमारी बन मेरा बुढ़ापा न ख़राब कर देना तुम... अंजान ही हो तुम अब तो, ऐसा मैं अपने आप को बार बार कहती हूँ जब कभी सहसा तुम याद आ जाते हो जब मैं बिलकुल अकेले बैठी होती हूँ इस पार्क में जहाँ ये बहोत से बच्चे शोर मचा रहे होते हैं...अपनी हाथों की झुर्रियों को छू कर देखती हूँ, लगता तो है भूल गयी हूँ पर कुछ घुले घुले से मालूम तो पड़ते हो अब भी इन उँगलियों में जिन्हें तुमसे छुड़ा कर चली आई थी मैं...अच्छा है मुझसे अब लिखा नहीं जाता नहीं तो अच्छा नहीं लगता इस उम्र में किसी युवान युवती की तरह किसी का नाम लिखना...पर अब मैं सिर्फ पढ़ती हूँ... तुम्हारी लिखी