कहा कहा नहीं मांगा, ज़मीं से असमानो से मांगा। अपना इश्क हमने खुले बाजारों में मांगा। दरबारो में मांगा , नामाजो की हर एक दुआओं में मांगा। मांगा उसको खुदा से,और उसकी खुदाई से मांगा। जमाने से मांगा ,ज़माने के तीखे अल्फाजों से मांगा। शहर से लेकर , मोहल्लों के हर चौराहो,की हर के गली में मांगा। अपने घर से , उसके घर तक , हर मोड़ और चौबारों से मांगा। अपना इश्क हमने खुले बाजारों में मांगा। ©Talib Khan duao me manga ,alfhaazo me manga #Mic #azaadi #AugustCreator #for #viral #you