#इश्क़ की हर राहें, मुकम्मल हो नहीं सकती ,
#हुस्न की हर अदाएं,कामिल हो नहीं सकती |
#न जाने क्यूँ बदले से हैं,आजकल लहज़े उनके ,
#इन लहज़ों में अब उल्फ़त-ए-दरिया,हो नहीं सकती ||
#ramleela shayari #Ayesha#nojotoshayari#NojotoStreak
poem✍🧡🧡💛 Ashutosh Mishra R Ojha Yogendra Nath Yogi ADGrk TiLaKDhaRi mysterious boy Satyajeet Roy MM Mumtaz Sethi Ji R K Mishra " सूर्य " "सीमा"अमन सिंह