ज़िंदगी दिसंबर सी जहाँ हमारा स्वार्थ समाप्त होता है ..* *वही से हमारी इंसानियत आरम्भ होती है !!* *लोग कहते है कि आदमी को अमीर होना चाहिए..* *और गांव के बुज़ुर्ग़ो का कहना है कि आदमी का जमीर होना चाहिए...।।* *चित्र* ही नहीं... *#चरित्र* भी सुंदर हो।" *भवन* ही नहीं... *#भावना* भी सुंदर हो।" *साधन* ही नहीं... *#साधना* भी सुंदर हो।" *दृष्टि* ही नहीं... *#दृष्टिकोण* भी सुंदर हो।""।। #december ☺😍🥰 Pàñdéy Àñuràg