जिंदगी हम तेरे मजदूर, जीने में होकर मशगूल, हैं तुझसे कितने दूर, दो जून की रोटी जुटाने को, घर से बाहर रहते हैं मजबूर, आंखों में पलते कुछ सपने, दिल में रहते हैं सब अपने, एक दिन घर लौटेंगे जरूर, जिंदगी हम तेरे मजदूर। आज 1 मई है। इसे लेबर डे, श्रम दिवस, मई दिवस और मज़दूर दिवस के नामों से मनाया जाता है। आइए, दुनियाभर के श्रमिकों के योगदान को याद करें। #श्रमदिवस #मज़दूर #yqdidi #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #drnehagoswami