यहाँ साज़िश जो करे गैर तो ताअज्जुब क्या। अब तो अपनो से भी फ़रेब आम बात सी है।। कल तक दुश्मन भी गम में हाल पूछते थे मगर। आज अपनो के बुरे हाल आम बात सी है।। तुझ से कोई दुश्मनी खुली रखे तो रंज नही। दोस्त का पीठ पीछे वार आम बात सी है।। यहाँ इंसान भले भूख से मर जाए मगर। फ़ोटो खिंचवाके करना दान आम बात सी है।। उसकी खिल्ली उड़ी मज़ाक बना चुप वो रहा। उड़ना मजबूरी पर मजाक आम बात सी है।। उसको कहकर गरीब निकाल दिया महफ़िल से। उसकी ग़ुरबत पे फिर बोहतान आम बात सी है।। ये दौरे बीस खून से सना हुआ है मियां। यहां बिखर के टूट जाना आम बात सी है।। #AhMeD_RaZa_QurEsHi @MiyA #आम_बात_सी_है #AhMeD_RaZa_QurEsHi @MiyA indira Er. Ambesh Kumar. ishi Azad ताहिर তাহীৰ HOLOCAUST SHANDILYA