मोहब्बत रेत की तरह होती हे जब अपने बाँहों में होती है तो बहुत होती है और जब बाँहों से दूर होती है तो पता नही क्यूँ कम होती जाती है बस फर्क सिर्फ इतना हे रेत मुठ्ठी में होती है और मोहब्बत बाँहों में होती #डस्ट