Nojoto: Largest Storytelling Platform

कड़वी है मगर सच है समझ नहीं आता कुछ लोग ऐसे क्यों

कड़वी है मगर सच है

समझ नहीं आता कुछ लोग ऐसे क्यों होते हैं
अपने रिश्तों को छोड़ दूसरे के रिश्तों में घुसते हैं
खुद को अच्छा बताने को खाने का चढ़ावा चढ़ाते हैं
अपने रिश्ते को तो दरकिनार करते हैं
पर रिश्ते के रिश्तेदारों का ऐसे सम्मान करते हैं
कि वो इन्हें ही अपना समझने लग जाते हैं
उसके घर जा सकें इसलिए अपने घर बुलाते हैं
ना जाने कितने दिखावे कर मक्खन भी लगाते हैं
कोई कमजोर नस पकड़ फायदा भी उठाते हैं
फिर उन खास रिश्तों को खोखला कर देते हैं
समझ नहीं आता कुछ लोग ऐसे क्यों होते हैं।

देखिए कहीं आप भी तो ऐसा नहीं कर रहे।

©Dr. Shalini Saxena #Kadwaisacchai #पते की बात
कड़वी है मगर सच है

समझ नहीं आता कुछ लोग ऐसे क्यों होते हैं
अपने रिश्तों को छोड़ दूसरे के रिश्तों में घुसते हैं
खुद को अच्छा बताने को खाने का चढ़ावा चढ़ाते हैं
अपने रिश्ते को तो दरकिनार करते हैं
पर रिश्ते के रिश्तेदारों का ऐसे सम्मान करते हैं
कि वो इन्हें ही अपना समझने लग जाते हैं
उसके घर जा सकें इसलिए अपने घर बुलाते हैं
ना जाने कितने दिखावे कर मक्खन भी लगाते हैं
कोई कमजोर नस पकड़ फायदा भी उठाते हैं
फिर उन खास रिश्तों को खोखला कर देते हैं
समझ नहीं आता कुछ लोग ऐसे क्यों होते हैं।

देखिए कहीं आप भी तो ऐसा नहीं कर रहे।

©Dr. Shalini Saxena #Kadwaisacchai #पते की बात