Nojoto: Largest Storytelling Platform

उदासी के घने जंगलों से होते हुए यूं गुजरती है मेर

 उदासी के घने जंगलों से होते हुए यूं गुजरती है 
मेरे ख्यालों की रेल 

जैसे किसी नदीश की होती नही मंजिल 
डॉ कुमार मौर्य
#IITRURKEE #dr_kumar_mourya_
 उदासी के घने जंगलों से होते हुए यूं गुजरती है 
मेरे ख्यालों की रेल 

जैसे किसी नदीश की होती नही मंजिल 
डॉ कुमार मौर्य
#IITRURKEE #dr_kumar_mourya_