Nojoto: Largest Storytelling Platform

कितनी मजबूर हूं हे शिव की कह नहीं सकती, तू दयावान

कितनी मजबूर हूं हे शिव की कह नहीं सकती,
तू दयावान है पर तुझसे मेरे पत्थर होने की दुआ करती हूं
बस यही दुआ है कि चाहे पत्थर हो या ना हो दिल मेरा तू हमेशा रहना मेरे साथ। 

बहुत तोड़े दिल सिर्फ एक दिल को अपना समझ
 हे शिव इसे अब  ये मेरी बेबसी समझ या खता समझ।
पर एक दुआ है जो भी मुझसे दुःखी हो उसे सम्हाल लेना
मै अगर ना भी पुछू तू जाकर उससे उसका हाल लेना।

 एक बार शुरू में तोड़ कर उसके दिल को
बाद के लिए आज़ाद करतीं हूं
खैर वो नहीं समझेंगे कि इसी गुस्ताखी के लिए 
ही अ च्छा हो या बुरा हो याद करतीं हूं।

©shalmali shreyanker #shalmalishreyanker @shalmaliShreyanker #true #dil #khuda #shivkidiwani 

#Ray
कितनी मजबूर हूं हे शिव की कह नहीं सकती,
तू दयावान है पर तुझसे मेरे पत्थर होने की दुआ करती हूं
बस यही दुआ है कि चाहे पत्थर हो या ना हो दिल मेरा तू हमेशा रहना मेरे साथ। 

बहुत तोड़े दिल सिर्फ एक दिल को अपना समझ
 हे शिव इसे अब  ये मेरी बेबसी समझ या खता समझ।
पर एक दुआ है जो भी मुझसे दुःखी हो उसे सम्हाल लेना
मै अगर ना भी पुछू तू जाकर उससे उसका हाल लेना।

 एक बार शुरू में तोड़ कर उसके दिल को
बाद के लिए आज़ाद करतीं हूं
खैर वो नहीं समझेंगे कि इसी गुस्ताखी के लिए 
ही अ च्छा हो या बुरा हो याद करतीं हूं।

©shalmali shreyanker #shalmalishreyanker @shalmaliShreyanker #true #dil #khuda #shivkidiwani 

#Ray