जिंदगी की खूबसूरत सौगात है इश्क़, सच्चा हो तो कोहिनूर हीरा है ये इश्क़। मेरी साँसों में महकता है तेरा ही इश्क़, मेरे दिल में धड़कता है तेरा ही इश्क़। खुदा से मिलती है सूरत मेरे प्यार की, मेरी मोहब्बत संग इबादत हो जाती है। जमीं पर पड़ते नहीं है पाँव मेरे इश्क़ में, हमें जमीन आसमाँ एक नजर आता है। धोखे और फरेब से जुदा है ये मेरा इश्क़, वफा और विश्वास पर टिका है ये इश्क़। इश्क़ ही मेरे लिए दुआ और मेरी मन्नत है, इश्क़ ही मेरे लिए कलमा और आयत है। तुझसे ही जुड़ी है मेरी जिंदगी की खुशियाँ, तू ही है मेरी पूरी की पूरी प्यार की दुनियाँ। -"Ek Soch" ➡ रविवार विशेष प्रतियोगिता संख्या- 01 ➡ शीर्षक:- आप स्वंय सोचकर लिखे ➡ कोई शब्द सीमा नहीं है। ➡ इस प्रतियोगिता में आप सभी को इस शीर्षक पर collab करना है।