तुमने जितना दिया वो शुक्ष्म की लहकार नहीं है, जो खुशी मिली वो माना भले ही दमदार नहीं है, पर तुमने जो मुझे दिया वो शायद किसी और को ना मिले, शुक्रिया जिंदगी मुझे निखारने के लिए। मन में कोई उम्मीद नहीं है ना ही कोई अभिलाषा ही है, शायद हसीं जिंदगी की परिभाषा ही यही है, रोते लम्हों पर क्या बचा है अब अफसोस के लिए, शुक्रिया जिंदगी मुझे हर बार संवारने के लिए। लोग क्या समझेंगे मुझको ले कर अब कोई खौफ नहीं है, मेरे मन में अब किसी के लिए कोई रोष नहीं है, अब हाथ पीछे ही रखना है दुनिया के सामने के लिए, की शुक्रिया जिंदगी मुझे सबसे अलग समझने के लिए। सुप्रभात। ज़िन्दगी तेरा शुक्रिया। ज़िन्दगी के लिए। #शुक्रियाज़िन्दगी #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi