माँ भारती पुकारती। माँ भारती पुकारती।। हिन्दुत्व की राह में। विकास की चाह में। बढ़े चलो बढ़े चलो।। आज के दौर में। मुश्किलो की होड़ में। एक कौम बिगाड़ती।। माँ भारती पुकारती। माँ भारती पुकारती।। इस अखण्ड भारत में। ये नस्ल खण्ड खण्ड चाहती। भ्रम में जी रही हिन्दुत्व को ललकारती।। माँ भारती पुकारती। माँ भारती पुकारती।। रामजी के देश मे। मौलवी के भेष में। साजिश को रच रही। आतंक को पनपाती।। माँ भारती पुकारती । माँ भारती पुकारती।। संघ के राज में। भागवत जी के घर में। मौत के मुँह पे खड़ी। मौत को ललकारती।। माँ भारती पुकारती । माँ भारती पुकारती।। राष्ट्र के हित में। दुनिया अपने घर मे। ये नस्ल आतंक की जमात लगाती। बीमारियाँ फैलाती।। माँ भारती पुकारती । माँ भारती पुकारती।। ........Akash Patel माँ भारती पुकारती....