शहीद-ए-आजम भगत सिंह के जन्मदिवस की बहुत बहुत शुभकामनायें
वीर भगत के गले लिपटकर फाँसी भी इतराई थी|
जान वतन पर कुर्बा करके अमर हुई तरुणाई थी|
दीप देह का माँ के मस्तक जिसके नाम का जलता हो
देश प्रेम से ओतप्रोत वो बलिदानी अंगड़ाई थी|
कुमार दुष्यंत #sardaarbhagatsingh#भगत_सिंह_जन्मदिवस#शहीद_ए_आज़म_भगतसिंह