देखते ही जिनकी एक झलक से ही, अंग्रेजी सेना के होश उड़ गए ! "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा” जैसे भारत में वीर शब्दों के उद्घोष कर गए । जिनकी जयंती को अब हम पराक्रम दिवस के रूप में मनाते हैं !! करके नाम अपना अमर इस जगत में, वो सुभाष से नेता सुभाष चन्द्र बोस हो गए ।। 🖋️✍️ आशुतोष मिश्र (सांकृत्य) ©Ashutosh Mishra Ashu माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodiजी का एक और स्वागतयोग्य कदम! नेताजी #सुभाष_चंद्र_बोस जी की जयंती (23 जनवरी) को हर वर्ष 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने का भारत सरकार ने लिया निर्णय। इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री जी को अशेष धन्यवाद। #जय_हिंद #पराक्रम_दिवस #SubhashChandra