इस कदर मौत का, इंतजाम कर रखा था गीले कागजों पे, मेरा नाम भर रखा था नकली रंग, हर गुल, गुलिस्तां नकली कुछ हसीन पुतलों में, जान भर रखा था #नकली #वत्स #illiteratepoet #dsvatsa #vatsa #yqhindi #hindishayari