Suvichar in Hindi ना मुख्तार हो ना तुम मेरे मुकद्दर हो बस कुछ पल के लिए मेरे मेहमान हो इतना गुरूर अच्छा नहीं हैं ये मान लो तुम इन्सान हो जमीं पर चलो फरिश्ता नहीं हो क्या जाने कल क्या हो जाये मालूम नहीं हैं जमीं के इन्सान हो तुम कोई भगवान नहीं हो लोग तेरी कसमे वादों को अब समझ रहे हैं क्यूँ अपने आप को उनका मसीहा समझते हो दुख दर्द सबके कम हो जायेंगे कुछ इन्तजार करो आरिफ की बात सुनों अब नया अपना रहबर हो #NojotoQuote ना मुख्तार हो ना तुम मेरे मुकद्दर हो बस कुछ पल के लिए मेरे मेहमान हो इतना गुरूर अच्छा नहीं हैं ये मान लो तुम इन्सान हो जमीं पर चलो फरिश्ता नहीं हो क्या जाने कल क्या हो जाये मालूम नहीं हैं जमीं के इन्सान हो तुम कोई भगवान नहीं हो