मरने से अधिक कठिन भय जिने का होता है ! जब कोई व्यक्ति खुद को कमजोर समझ लेता है या अपने आप को निर्बल समझ लेता है तब उस पर भय हावी हों जाता है जिसकी वजह से वो अपना जीवन भय में होकर व्यतीत करता है जो हमारे हाथ में है हम उसके बारे में ना सोचकर उस बारे में सोचते है जो हमारे हाथ में ना हों... यही मनुष्य के भय का कारण होता है किसी मनुष्य का मरना औऱ जीना ये उसके हाथ में नही होता फिर भी वो उसी के बारे में सोचता रहता है लेकिन जीवन जीना तो मनुष्य के हाथ में है फिर भी हम अपने जीवन को अच्छे से नही जी पाते भय से जीना छोड़ो, खुद को खुद से जोड़ो ये जीवन है आपका, इसे भय से जीना छोड़ो..... ©Aditya Ohara jain #Fearless #souloflove #bepositiveforurself dhyan mira