कुछ इस कदर दूर हूँ दुनियाँ की भीड़ से, कहीं खुद का जनाजा न उठाना पड़ जाए, जहां जहां नज़र पड़ी,लिख दिया तुम्हारा नाम, दिल,दिमाग,जिगर,नज़र तेरे नाम सुबहो शाम । बेफिक्र हूँ,मगर फिक्र है,मेरी फिक्र कौन करेगा उम्र भर? यादों के सहारे ये सफर बिताना ना पड़ जाए, लिखे हुए वे नाम मिटाना ना पड़ जाए, कुछ इस कदर दूर हूँ दुनियाँ की भीड़ से, कहीं खुद का जनाजा न उठाना पड़ जाए, #yqdidi #yqbaba #yqlove #yqshayari #nishantjhashayri #nishantjhaquotes #yqnishant