मौशम बदल गए जमाने बदल गए लम्हों में लोग वषों पुराने बदल गए। और दिन भर जो रहे मेरी मुहब्बतों की छांव में धूप ढलते ही उनके ठिकाने बदल गए।। 🇮🇳एक्स,आर्मी🇮🇳 ©Krishana Kant Sinha #fisherman