White सत्य हैं ना........???? कोई शिकार हैं कोई शिकारी हैं कही जाल हैं तो कही आरी हैं मर रहे हैं हर पल प्राणी कोई मार रहा हैं कोई पका कर खा रहा हैं, खाने से अंन का ही तात्पय नहीं ये मांस भी हो सकता हैं और हवस भी, कई प्यास मिटा रहा हैं कोई प्यास बुझा रहा हैं, कैसे कैसे लोग हैं दुनियां मे, कोई प्यार मे मिट रहा हैं तो कोई मिटा रहा हैं, समझ नहीं आता ये सब क्या हो रहा हैं कीड़ा फ़से ना फ़से मकड़ा तो अपना जाल बना रहा हैं..... ©puja udeshi #sad_quotes #Satya #pujaudeshi