तू इतना सहमा क्यूँ है, माना अभी अंधेरी रात है, लेकिन उम्मीद का दिया तो अब भी रोशन है हौसले को समेट कर रख, यह घमंड नहीं, तेरा आत्मविश्वास है सुबह इंतजार जरूर करवाएगी, लेकिन यह वक़्त ही तो है, जो एक दिन तो जरूर बदल जाएगी.. #yolewrimo में आज का ख़त #दिलकेनाम #letters #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi