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माँ का आँचल नैनो मे रख के निशा को जिसने लोरियाँ गा

माँ का आँचल नैनो मे रख के निशा को
जिसने लोरियाँ गाकर हमको सुलाया
खुद भूखी रह के हमको खिलाया
फिर क्यु उम्र के दहलीज पे
माँ का आंचल सूना है
जब दुनिया ने सितम ढाया
तब सीने से अपने लगाया
अपने हिस्से का सब कुछ दिलाया
फिर क्यु उम्र की दहलीज पे
माँ का आंचल सूना है #makaanchal
उम्र के पड़ाव पे वृद्धाश्रम मे क्यू छोड़ जाते है
जिस आंचल मे बचपन बीता, अब वो आंचल क्यु है रीता
माँ का आँचल नैनो मे रख के निशा को
जिसने लोरियाँ गाकर हमको सुलाया
खुद भूखी रह के हमको खिलाया
फिर क्यु उम्र के दहलीज पे
माँ का आंचल सूना है
जब दुनिया ने सितम ढाया
तब सीने से अपने लगाया
अपने हिस्से का सब कुछ दिलाया
फिर क्यु उम्र की दहलीज पे
माँ का आंचल सूना है #makaanchal
उम्र के पड़ाव पे वृद्धाश्रम मे क्यू छोड़ जाते है
जिस आंचल मे बचपन बीता, अब वो आंचल क्यु है रीता