ये निगाहे ये बदन ये सुर्ख गुलाबी होठ कयामत है ये शर्माना ये मुस्कुराना ये बलखाती कमर तुम्हारी अमानत है सोच रहे है लाये एक डोली और चुरा ले जाए इन सारी अमानतों को मिले तुम संग जीने की सजा तो फिर तरसे ना जमानतों को गुजार दे जिंदगी तुम्हारी बंदिशो में तुमको अपने हयात का लुब-ए-लुबाब कर ले खुदा का खूबसूरत ख्वाब हो तुम तमनाह है कि तुम्हे इंतेखाब कर ले ©Anjay kumar #beauty #eyes #taarif #doli #hayat